नज़र
कैसी है ये नज़र
देखे जब मगर
होवे सब बेअसर ।
कैसी है ये नज़र
देखे जब मगर
होवे सब बेअसर ।
जादू
है ये काशिश की
फैला है चारों और
बरसे पुरे हम पर ।
है ये काशिश की
फैला है चारों और
बरसे पुरे हम पर ।
कड़ियाँ
बना ये कैसे
लगे हैं जुड़ने
ठहरे उम्र भर ।
कभी तो पल ये
बने थे हमारे लिए
सोचूं तो समेटे हुए ज़िन्दगी के
जीना है अब उसे लेके ।
बना ये कैसे
लगे हैं जुड़ने
ठहरे उम्र भर ।
कभी तो पल ये
बने थे हमारे लिए
सोचूं तो समेटे हुए ज़िन्दगी के
जीना है अब उसे लेके ।
बिन बोले सुने सब कैसे
बिन मांगे करे सब कैसे
संपर्क हुआ अनोखा
न टूटे उम्र भर ।
बिन मांगे करे सब कैसे
संपर्क हुआ अनोखा
न टूटे उम्र भर ।
आभार ये किसका
दिया मुझे किसने
चारों और फैले
बिन बोले सब जाने ।
दिया मुझे किसने
चारों और फैले
बिन बोले सब जाने ।
अनजाने से बने थे
पता नहीं रिश्ता उतना पुराना
फिर से जुड़े बीते हम
यही आश है अब ।
पता नहीं रिश्ता उतना पुराना
फिर से जुड़े बीते हम
यही आश है अब ।